कलारचना

जब स्वर साम्राज्ञी गलत साबित हुई

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: लता मंगेशकर ने अपने जीवन की वह कहानी साझा की है जब वह गलत साबित हुई थी. स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने बुधवार को वहीदा रहमान के 78वें जन्मदिन के अवसर पर उन पर फिल्माए अपने लोकप्रिय गीत ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’ के बारे में एक अजीब किस्सा साझा किया. लता ने कहा कि पहले उन्हें यह गीत पसंद नहीं आया था, लेकिन विजय आनंद के निर्देशन और वहीदा की प्रस्तुति ने उनका मन बदल दिया.

दिग्गज गायिका का यह गीत 1965 में आई फिल्म ‘गाइड’ का है, जिसमें देव आनंद भी मुख्य भूमिका में थे.

लता ने ट्विटर पर न केवल वहीदा को जन्मदिन की बधाई दी, बल्कि यह बात भी साझा किया कि जब आर. डी. बर्मन ने सभी को यह गीत सुनाया, तो वह और देव आनंद इस गीत से कतई खुश नहीं थे, लेकिन विजय के निर्देशन और इस गीत पर वहीदा की प्रस्तुति के कारण उन्हें अपना मन बदलना पड़ा.

लता ने साथ ही ट्विटर पर इस गीत के लिंक को भी साझा किया.

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