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मप्र की बाढ़ में 8 की मौत

भोपाल | संवाददाता: मध्य प्रदेश में जारी जोरदार बारिश अब कहर बन गई है. सभी नदी-नाले उफान पर हैं, घरों और सड़कों पर पानी भर गया है. सीहोर जिले में 11 लोग नदी के बहाव में बह गए, जिनमें से आठ लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. वहीं उज्जैन में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए मोटर वोट का सहारा लेना पड़ रहा है.

आपदा से निपटने के लिए सेना और सरकार के हेलीकॉप्टर भोपाल में तैयार खड़े हैं. राज्य में बीते तीन दिनों से भारी बारिश का सिलसिला सोमवार को भी बना हुआ है. इसके चलते नर्मदा, बेतवा, क्षिप्रा व गंभीर नदियों के अलावा छोटे नाले भी उफान पर है, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है. सीहोर जिले में एक स्थानीय नदी कालियादेव में आई बाढ़ खेत में काम कर रहे किसानों के लिए काल बन गई.

बुधनी के खांडाबड़ गांव के किसान सोमवार को खेत में काम कर रहे थे, तभी नदी का जलस्तर बढ़ गया और किसान खेतों से बाहर नहीं निकल पाए. नदी के पानी के बहाव के साथ 11 लोग बह गएं. बुधनी थाने से मिली जानकारी के अनुसार, आठ लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. वहीं तीन लोग लापता हैं.

बुधनी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र है. उन्हें जैसे ही इस हादसे की सूचना मिली, तुरंत बुदनी तहसील जिला सीहोर के ग्राम खांडाबड़ पहुंचे. उन्होंने बाढ़ में बहे व्यक्तियों के परिजनों से मुलाकात की.

शिवराज ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. ऐसे परिवार, जिनके आवास वर्षा से पूर्णत: एवं आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना में सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.

इसी तरह उज्जैन में बारिश का कहर बना हुआ है. सोमवार को 133 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, इस कारण क्षिप्रा और गंभीर नदी उफान पर आ गई. आलम यह है कि सड़कों और घरों में पानी भर गया है.

बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, क्षिप्रा नदी के तट पर रामघाट, नरसिंहघाट, दत्तघाट पर स्थित मंदिर पूरी तरह डूब गए हैं. इतना ही नहीं, बाढ़ में फंसे लोगों को घरों से निकालने के लिए मोटर वोट का सहारा लिया जा रहा है. प्रभावितों के लिए 10 राहत शिविर लगाए गए हैं.

वहीं मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में आपदा प्रबंधन दल तैयार रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी सतर्क रहें और सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई करें. आपात-स्थिति से निपटने के लिए भोपाल में सेना का हेलीकॉप्टर तैयार रखें.

मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रदेश में हाल ही में लगातार दो दिन हुई अतिवर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए.

शिवराज ने कहा कि सभी जिले में अधिकारी सतर्क रहें, नदी-नालों में पानी बढ़ते ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का प्रबंध करें और स्थिति पर लगातार नजर रखें तथा प्रतिदिन स्थिति की समीक्षा करें.

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