कलारचना

सैफ-करीना की शादी, Love Jihad?

मुंबई | समाचार डेस्क: विहिप के दुर्गा वाहिनी द्वारा करीना कपूर को ‘लव जिहाद’ का पोस्टर गर्ल बनाने के बाद से बहस चल रही है कि क्या सैफ-करीना की शादी इसके दायरे में आती है? उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू परिषद के महिला मोर्चा, दुर्गा वाहिनी की पत्रिका ‘हिमालय ध्वनि’ के मुख्य पृष्ट पर करीना कपूर का मोर्फ किया हुआ फोटो छापा गया है. इसे सभी जानते हैं कि सैफ तथा करीना ने पांच सालों के डेटिंग के बाद 16 अक्टूबर 2012 को कानूनी तरीके से शादी कर ली थी. इसके लिये सैफ की मां शर्मिला टैगोर तथा करीना का कपूर खानदान राजी था. करीना पहले से ही जानती थी कि सैफ मुस्लिम हैं तथा सैफ ने भी इसे करीना से नहीं छुपाया था. इसके अलावा सेलीब्रिटीज के लिये इसे छुपाना संभव भी नहीं है.

जब दोनों ने सबकों बताकर कानूनी तरीके से सार्वजनिक तौर पर शादी की है तो इसे कथित ‘लव जिहाद’ का मामला कैसे कहा जा सकता है. जाहिर है कि दुर्गा वाहिनी करीना कपूर को ‘लव जिहाद’ के पोस्टर गर्ल के रूप में पेश करके लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहती है. करीना का फोटो ‘हिमालय ध्वनि’ पत्रिका के मुख्य पृष्ट पर मोर्फ करके छापने की बात पर दुर्गा वाहिनी के संयोजक रजनी ठुकराल ने कहा, ” युवा लोग वही करते हैं जो सेलिब्रिटिज़ करते हैं. वह सोचते हैं कि जब ये लोग कर रहे हैं तो हमें भी करना चाहिए.”

उल्लेखनीय है कि जिहाद एक अरबी शब्द है जिसका उपयोग आजकल इस्लाम की रक्षा के मकसद के रूप में किया जाता है तथा मुस्लिम आतंकवादियों को जिहादी भी कहा जाता है. हाल ही के कुछ माह पहले ‘लव जिहाद’ शब्द की हमारे देश में उत्पत्ति हुई है. जिसे कथित रूप से मुस्लिम युवाओं द्वारा हिन्दू लड़कियों से अपना धर्म छुपाकर शादी करने पर कहा जाता है. इस नजरिये से देखा जाये तो सैफ-करीना की शादी को ‘लव जिहाद’ नहीं कहा जा सकता है. सैफ ने न तो कभी करीना से अपने धर्म को छुपाया और न ही करीना तथा उनका परिवार इससे अनजाना था और न ही करीना से शादी करने के पीछे सैफ का कोई मकसद था.

आज भी दोनों अपने आप में आर्थिक रूप से स्वालंबी हैं तथा करीना खुश एवं उनका परिवार खुश है. वास्तव में यह बालीवुड के दो खानदानों के बीच की शादी है जिसे ‘लव जिहाद’ तो हरगिज भी नहीं कहा जा सकता है.

बालीवुड में सैफ-करीना के अलावा भी शाहरुख-गौरी, आमिर-किरण राव, अरबाज-मलाइका अरोरा की शादी हुई है तथा सफल रही है. वैसे भी खेल तथा राजनीति के कई सेलीब्रिटीज ने दूसरे धर्म के लड़कियों से शादी की है क्या सबको ‘लव जिहाद’ के दायरे में लाया जाने वाला है? वहीं, सैफ अली खान ने हिन्दुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा है, “ये हास्यास्पद है और इस पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ. लेकिन इस तरह के विचार भारत के लिए नुकसानदायक हैं.”

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