कलारचना

शाहरुख की सीख ‘सेवा बिन मेवा नहीं’

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: शाहरुख खान बालीवुड के ऐसे ‘बाजीगर’ हैं जो ‘अंजाम’ की चिंता करे बिना ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ में विश्वास करते हैं. अपने इसी ‘राजू बन गया जेंटलमैन’ की धुन के चलते वे इस मुकाम तक पहुंचे हैं. उन्हें इस बात का कभी ‘डर’ नहीं रहता है कि ‘ज़माना दीवाना’ है जो ‘बिल्लू’ बारबर से कह देता है ‘माई नेम इज़ ख़ान’. इसी कारण से बॉलीवुड के ‘किंग खान’ माने जाने वाले शाहरुख खान ने जमाने को सीख दी है कि ‘सेवा बिन मेवा नहीं’ मिलता है. शाहरुख खान ने अपने जीवन में इस ‘सेवा बिन मेवा नहीं’ को चरितार्थ किया है. अन्यता कोई सोच सकता है कि फिल्म ‘दीवाना’ का राजा सहाई तथा फिल्म ‘चमत्कार’ का सुंदर श्रीवास्तव एक दिन फिल्म ‘डॉन 2′ का डॉन बन सकता है. जाहिर है कि बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान इन दिनों काम में बहुत व्यस्त हैं, लेकिन उन्हें इस बात का कोई मलाल नहीं है. वह सेवा बिन मेवा नहीं के फलसफे में यकीन रखते हैं. शाहरुख ने एक ट्वीट में लिखा, “फैन’ फिल्म के सेट पर व्यस्तता भरा दिन. मुझे धारावाहिक ‘..सबसे शाणा कौन’ की शूटिंग पर वापस लौटना होगा. व्यस्ततापूर्ण दिन और रातें, लेकिन सेवा बिन मेवा नहीं. इसलिए मैं लगातार चलता रहता हूं.”

इस वक्त शाहरुख का पूरा ध्यान मनीष शर्मा निर्देशित फिल्म ‘फैन’ व आगामी धारावाहिक ‘इंडिया पूछेगा..सबसे शाणा कौन?’ पर है.

‘फैन’ में वह एक प्रशंसक की भूमिका में नजर आएंगे.

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