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कल्लूरी की नियुक्ति पर भड़के स्वामी अग्निवेश

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के आईपीएस शिवराम प्रसाद कल्लूरी को लेकर अब स्वामी अग्निवेश ने नाराजगी दिखाई है. देश के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता और बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संयोजक स्वामी अग्निवेश ने कांग्रेस सरकार द्वारा शिवराम प्रसाद कल्लूरी को एंटी करप्शन ब्यूरो और इकनॉमिक ऑफ़ेंस विंग जैसे अहम विभाग का आईजी बनाये जाने पर आश्चर्य जताया है. उन्होंने कहा है कि इस क़दम को वापस लेने के लिये वे राहुल गांधी से भी मिलेंगे.

स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की सरकार में मुख्यमंत्री बनने के साथ भूपेंद्र बघेल ने जो शानदार तरीके से महत्वपूर्ण कदम उठाए उसके लिए उन्हें बहुत बहुत बधाई लेकिन साथ ही उन्होंने एसआरपी कल्लूरी जैसे एक बदनाम और अपराधी किस्म के पुलिस अफसर को फिर से प्रतिष्ठा देकर जो नियुक्ति की है, उससे मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत दुख हुआ.

सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि बस्तर के सुकमा से आगे डोलनापार में मेरे ऊपर जानलेवा हमला कराने के पीछे सबसे बड़ा हाथ एसआरपी कल्लूरी का था और जब मैंने इसकी शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह से की तो उन्होंने उसी रात 26 जुलाई 2011 को उनका ट्रांसफर सरगुजा किया लेकिन बाद में दंतेवाड़ा के एसएसपी के बदले उन्हें पूरे बस्तर के पांचों जिलों का आईजी बना कर अत्याचार और अनाचार के लिए खुला छोड़ दिया.

स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उनकी वजह से वहां दहशत का माहौल फिर खड़ा हो गया और जो जुडिशल इंक्वायरी जगदलपुर में हाईकोर्ट के जज द्वारा हो रही थी, वह बुरी तरह से प्रभावित हुई. मैंने अपने बयान में दर्ज कराया कि जब तक कल्लूरी यहां पर आईजी रहेंगे तब तक आदिवासियों के लिए दूरदराज से आकर यहां अपनी बात रखने का उचित अवसर नहीं मिल पाएगा. जज महोदय ने कहा कि इस नियुक्ति या उनको बदलने में मैं कुछ नहीं कर सकता. सरकार का फैसला है. तभी मैंने कहा था कि यह पूरी की पूरी जांच की प्रक्रिया अधूरी रह जाएगी, निष्प्रभावी होगी क्योंकि मेरे ऊपर हमले का सारा का सारा अपराध कल्लूरी ने किया था और सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में इस बात को उठाया था.

रमन सिंह का ज़िक्र करते हुये स्वामी अग्निवेश ने कहा कि दुर्भाग्य था कि यह कल्लूरी उस समय डॉ रमन सिंह की नाक के बाल बने हुये थे और उनके बारे में उन्होंने कुछ भी सुनना पसंद नहीं किया. यदि कल्लूरी को वहां से हटा दिया जाता तो आज भारतीय जनता पार्टी की जो हालत पूरे बस्तर में बनी, आदिवासियों में शायद इतनी बुरी स्थिति नहीं बनती.

अब ताज़ा घटनाक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा है और दुख हो रहा है कि भूपेश बघेल ने अचानक यह कैसे निर्णय ले लिया क्योंकि वह स्वयं पहले कल्लूरी के खिलाफ बहुत तीखे बयान दे चुके हैं. आज तो मौका था कि कल्लूरी के ख़िलाफ़ सख़्ती से जांच करवाते और कल्लूरी की जगह जेल में होती. बजाए उसके उन्होंने शिवराम प्रसाद कल्लूरी को प्रतिष्ठित पद पर बैठा दिया. जो जिम्मेवारी कल्लूरी को सौंपी गई है, यह काम और कोई व्यक्ति भी कर सकता था.

स्वामी अग्निवेश ने उम्मीद जताई है कि भूपेश बघेल अपना यह कदम शीघ्र वापस लेंगे और छत्तीसगढ़ के वातावरण को फिर से एक बार बिगड़ने से बचाएंगे. अग्निवेश ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो मैं दिल्ली में राहुल गांधी जी से भी मिलकर यह मुद्दा उठाऊंगा. कांग्रेस पार्टी की छवि अच्छी बनी रहे और आगे के लिए इसका मार्ग प्रशस्त होता रहे, यह मेरी हार्दिक इच्छा है.

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