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आज़म को प्रचार करने से रोकना गलत: मुलायम

लखनऊ | एजेंसी: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि आजम खान को चुनाव प्रचार करने से रोका जाना गलत है.

उन्होंने कहा कि मेरी चुनाव आयोग से अपील है कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और आजम खान को चुनाव प्रचार करने के लिए इजाजत दे. उन्होंने कहा कि आजम खान और अमित शाह के मामले अलग-अलग हैं. दोनों मामलों को एक नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए.

आंवला लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार सर्वराज सिंह के पक्ष में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आजम खान सेक्युलर नेता हैं जबकि अमित शाह पर गुजरात में दंगे करवाने का आरोप है. इसलिए मेरी चुनाव आयोग से अपील है कि वह आजम खान और अमित शाह के मामलों को अलग-अलग देखे.

अमित शाह ने बिजनौर में भड़काऊ भाषण दिया था जबकि आजम खान ने अपने भाषण में करगिल की लड़ाई में मुसलमानों की भूमिका के बारे में बताया था. कोई इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि हिन्दुस्तान में रहने वाले हिन्दू और मुसलमान भाई-भाई हैं और दोनों ने ही देश के विकास में अहम योगदान दिया है.

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि मोदी साहब चाहे जितनी मेहनत कर लें लेकिन लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत नहीं मिलेगा. सपा अकेले भारतीय जनता पार्टी को रोक देगी. मोदी का प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी चुनाव में बहुमत नहीं मिलेगा. कांग्रेस अपनी जन विरोधी नीतियों और जनता के साथ की गयी वादा खिलाफी के चलते कमजोर हुई है. देश में केवल समाजवादी पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो साम्प्रदायिक शक्तियों से मजबूती के साथ लड़ रही है.

उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का नाम लिए बिना उस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ दल यह प्रचार कर रहे हैं कि वे साम्प्रदायिकता से लड़ रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि वे साम्प्रदायिक शक्तियों को मजबूत करने का काम कर रहे हैं. ऐसे राजनीतिक दलों से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की लहर है. सपा के नेताओं और कार्यकतार्ओं ने अगर अपने वोटरों के वोट ठीक से डलवा दिए तो लोकसभा चुनाव में सपा सबसे ज्यादा सीटें जीतेगी. उत्तर प्रदेश की तरह देश के ज्यादातर राज्यों में कांग्रेस और भाजपा की नहीं बल्कि तीसरे दलों की जीत होगी. चुनाव के बाद देश में तीसरे मोर्चे की सरकार बनेगी. तीसरे मोर्चे की सरकार में समाजवादी पार्टी की अहम भूमिका होगी.

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