कलारचना

सुशांत बने BBB याने बंगाली ब्योमकेश बाबू

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ क्या बने अपने आप को बंगाली बाबू समझने लगे हैं. अब उन्हें मुंबईया खाने के स्थान पर बंगाली मिष्टी दोई, रसोगुल्ला, माछ-भात भाने लगा है. दरअसल, सुशांत को ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ बनाने के पहले निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने उन्हें बंगाली रीति-रिवाज से परिचित कराया था. वास्तव में ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ एक बंगाली पात्र है जो तर्को के आधार पर जासूसी करता है. अंग्रेजी जेम्स बांड के दिगर ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ एक आम बंगाली जासूस है जिसका खानपान और पहनावा पूरी तरह से कोलकाता के बंगाली बाबू के समान ही है. इसीलिये सुशांत को अपने किरदार को करने के लिये बंगाली बनना पड़ा है. गौरतलब है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की अगली फिल्म ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ होगी. उनका कहना है कि उन्हें अब कभी-कभी लगता है कि वह एक बांग्ला पुरुष हैं. दिबाकर बनर्जी निर्देशित ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ बांग्ला लेखक शरदिंदु बंदोपाध्याय द्वारा रचित किरदार जासूस ब्योमकेश बक्शी पर आधारित है. फिल्म 1940 के दौरान के कोलकाता की पृष्ठभूमि लिए हुए है.

सुशांत ने फिल्म के ट्रेलर लांच के मौके पर कहा, “मैं और मेरे निर्देशक फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पूर्व कोलकाता गए थे. दिबाकर ने मुझे कोलकाता से संबंधित हर चीज बताई. यहां खानपान जिंदगी का एक अहम हिस्सा है.”

उन्होंने कहा, “मैंने छह तरह के भोजन का यहां आनंद लिया. मिष्टी दोई, सभी मिठाइयां, माछी भात सभी कुछ. मुझे वे पसंद हैं..अब मुझे लगता है कि मैं एक बांग्ला पुरुष हूं.”

‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ तीन अप्रैल को दुनियाभर में रिलीज होगी. उसी के बाद पता चल सकेगा कि सुशांत ने बंगाली ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी’ को अपने अभिनय के माध्यम से पर्दे पर कितना साकार किया है.

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