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रसगुल्ला पर छिड़ा संग्राम

भुवनेश्वर | समाचार डेस्क: अब तक यह सुना जाता रहा है कि रसगुल्ले का आविष्कार पश्चिम बंगाल में हुआ है. इसको लेकर कई तरह के किस्से कहानियां भी सुनने को मिलती है. परन्तु हाल ही में ओडिशा ने दावा ठोंक दिया है कि रसगुल्ले का आविष्कार उनके राज्य में हुआ है. बहरहाल, दावों के तलवार दोनों ने अपने म्यान से निकाल लिये हैं. इस बीत मीठा रसगुल्ला शक्कर के रस में डुबकिया लगाकर फैसले का इंतजार कर रहा है. रसगुल्ला के आविष्कार के पश्चिम बंगाल के दावे को ध्वस्त करने के लिए पड़ोसी राज्य ओडिशा ने कमर कस ली है.

ओडिशा सरकार ने तथ्य जुटाने के लिए सोमवार को तीन समितियां गठित कर दीं. ओडिशा सरकार ने तीनों समितियों से 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा है, ताकि वह पहले से केंद्र के समक्ष दावा ठोक चुके पश्चिम बंगाल को तथ्यों के आधार पर लाजवाब कर सके.

राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री प्रदीप पाणिग्रही ने कहा, “हमने तीन समितियां गठित कर दी हैं. पहली समिति में सात, दूसरी में चार और तीसरी में छह सदस्य हैं. वे रसगुल्ला के आविष्कार के संबंध में जानकारियां जुटाएंगे और जांच करेंगे कि पश्चिम बंगाल के दावे में कितना दम है.”

इन समितियों में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग तथा संस्कृति विभाग से संबद्ध प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है, जो रसगुल्ला पर ओडिशा के आधिकारिक दावे के लिए रिपोर्ट तैयार करेंगे.

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