छत्तीसगढ़

साक्षरता नई रोशनी की तरह- रमन

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में ‘मुख्यमंत्री शहरी साक्षरता कार्यक्रम’ का शुभारंभ हो गया है. इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुये मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा पढ़ने-लिखने तथा सीखने की कोई उम्र नहीं होती है. उन्होंने कहा साक्षरता लोगों के जिंदगी में नई रोशनी भर देता है.

समारोह में मुख्यमंत्री डॉ सिंह ने कहा- जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ तो हमारे सामने कई चुनौतियां थी. इनमें साक्षरता भी एक बड़ी चुनौती थी. इसे राज्य में चलाये जा रहे साक्षर भारत के सफल क्रियान्वयन की बदौलत से हमने इसका सामना किया और सफलता प्राप्त की है. आज हम साक्षर ही नहीं, बल्कि डिजिटल साक्षर भी हो रहे हैं. हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ को शत-प्रतिशत साक्षर बनाना है. इसके लिए पचास फीसदी से कम साक्षर जिलों में विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है.

इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा राज्य में साक्षर भारत कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है. यही वजह है कि राज्य को हर वर्ष साक्षरता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार मिलता रहा है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ को देश में साक्षरता का सर्चोच्च पुरस्कार मिला है. इसके लिए उन्होंने राज्य साक्षरता मिशन की पूरी टीम को बधाई को दी.

उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे प्रयासों के कारण निरंतर प्रगति कर रहे है. श्री कश्यप ने कहा कि आज डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री शहरी साक्षरता कार्यक्रम की घोषणा की है. यह कार्यक्रम प्रदेश में शहरी साक्षरता को बढ़ावा देने की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण साबित होगा.

छत्तीसगढ़ में साक्षरता दर-
बीजापुर- 41.58%
दंतेवाड़ा- 42.67%
नारायणपुर 49.59%

बस्तर- 54.94%

सरगुजा- 61.16%
कबीरधाम- 61.95%
जशपुर- 68.90%

कांकेर- 70.97%
कोरिया- 71.41%
महासमुंद- 71.54%
बिलासपुर- 71.59%
कोरबा- 73.22%
जांजगीर चांपा-7%3.70
रायगढ़- 73.70%
रायपुर- 76.43%
राजनांदगांव- 76.97%
धमतरी- 78.95%
दुर्ग- 79.69%

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