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जासूसी सार्वजनिक मुद्दा नहीं: केरी

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने संवाददाताओं से कहा कि वे इस मुद्दे पर मीडिया के साथ बातचीत नहीं कर सकते हैं. उनका कहना है कि अमरीकी नीति के अनुसार जासूसी के मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जा सकती. वहीं, भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जॉन केरी को जासूसी के मुद्दे पर देशवासियों के गुस्से से अवगत कराने के बहाने अपना विरोध प्रकट किया.

सुषमा ने गुरुवार को जॉन केरी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान कहा, “अमरीका का यह कारनामा हमें पूरी तरह से नामंजूर है क्योंकि हम दोनों ही मित्र राष्ट्र हैं.”

केरी ने हालांकि कहा कि वे इस मुद्दे पर मीडिया के साथ बातीचत नहीं कर सकते क्योंकि अमरीका की नीति के अनुसार गुप्तचरी के मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जा सकती.

उन्होंने कहा, “हम गुप्तचरी के मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं कर सकते. लेकिन हम आतंकवाद से मुकाबले को लेकर भारत के साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान का मूल्यांकन करते हैं. अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारतीयों की भावना का हम पूरी तरह से आदर करते हैं और समझते हैं.”

हाल ही में मीडिया में पूर्व अमरीकी खुफिया ठेकेदार स्नोडेन के हवाले से आई खबरों में कहा गया है कि अमरीकी एजेंसियां भाजपा की जासूसी 2010 से कर रही हैं.

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